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जो आदमी पंजाब सरकार में तो छोड़ो पंजाब में सरपंच तक के पद पर नही है, वो कैसे पंजाब सरकार के पैसे से उद्घाटन पर अपना बड़ा बड़ा नाम लिखाता घूम रहा है?

अब दिल्ली ने भगा दिया तो दिल्ली के मालिक हम हैं से पंजाब के मालिक हम हैं हो गया क्या???

पावर की भूख 🤔

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देश में आग लगाने वाली सरकारी फिल्में

Chhaava
Kashmiri Files
Emergency

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#farmersprotest
पैदायशी असंतुष्ट किसानों को पिछले 10 दिनों से पंजाब सरकार संतुष्ट करने लिए पंजाब पुलिस द्वारा ट्रैक्टर पर ही MSP के संतुष्टि के लट्ठ पेल रहीं हैं।

लेकिन किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल और सरवन सिंह पंधेर कह रहे हैं शंभू और खनौरी बॉर्डर बंद खुल गये लेकिन हमारे मन में अभी भी संतुष्टि नहीं मिली

अब भला संतुष्टि का कोई मापदंड तो है नहीं

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#worldsparrowday भगवान सिर्फ वहां नहीं हैं जहां हम प्रार्थना करते हैं, भगवान वहां भी है जहां हम गुनाह करते हैं..!!
#परमधाम_स्थापना_दिवस

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A Journey of Honor & Excellence ✨

From ruling silver screen to receiving prestigious achievements, Megastar
@KChiruTweets
has carved a remarkable legacy with his unwavering dedication to cinema and society 👏👏

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हिंदू-मुस्लिम को अलग करते करते चित्रा त्रिपाठी जी खुद अपने 16 साल के पुराने रिश्ते से आज अलग हो गई.

अतुल अग्रवाल जी और चित्रा त्रिपाठी जी को नए जीवन के इस नए अध्याय की शुरुआत करने के लिए आपको शुभकामनाएं.

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हिंदू-मुस्लिम को अलग करते करते चित्रा त्रिपाठी जी खुद अपने 16 साल के पुराने रिश्ते से आज अलग हो गई.

अतुल अग्रवाल जी और चित्रा त्रिपाठी जी को नए जीवन के इस नए अध्याय की शुरुआत करने के लिए आपको शुभकामनाएं.

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हिंदू-मुस्लिम को अलग करते करते चित्रा त्रिपाठी जी खुद अपने 16 साल के पुराने रिश्ते से आज अलग हो गई.

अतुल अग्रवाल जी और चित्रा त्रिपाठी जी को नए जीवन के इस नए अध्याय की शुरुआत करने के लिए आपको शुभकामनाएं.

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नारी शक्ति को सैल्यूट ❤️🔥🫡

हे पुरुष महान मैं नहीं तुम हो । तुम न हो तो मेरा श्रृंगार अधूरा रहता है। तुम न हो तो मुझे माँ का दर्जा भी न मिले....तुम्हारी वजह से मुझे भाभी,माँ, मौसी,मामी, चाची ये तमाम रिश्ते मिलते हैं....सहजता और समर्पण तो कोई तुमसे सीखे ...!सब कुछ करते तुम हो और नाम हमारा देते हो। कमाते तुम हो और जेब मेरी भरी होती है। सब्ज़ी तुम लाते हो पेट मेरा भरता है। बैंक बैलेंस तुम्हारा होता है मालकिन मैं होती हूँ। मैं तो तुम्हें दिखाकर रो लेती हूँ तुम कभी मेरे सामने नहीं रोते... तुम अंधेरे में भी परछाई बनकर खड़े होते हो । दुनिया को सिर्फ मैं दिखाई देती हूँ लेकिन मेरे अंदर मज़बूती भरने वाले तुम दुनिया को नहीं दिखते...मुझे तो श्रृंगार की ज़रूरत पड़ती है तुम तो कुदरती खूबसूरत हो....तुम इतने महान हो कि अपनी महानता का बखान भी नहीं करते....अगर मैं अपना परिवार छोड़कर तुम्हारे घर आती हूँ तो तुम भी तो छोड़ते हो अपनी बुरी आदतें तुम भी तो छोड़ते हो अपना अस्तित्व और समाहित हो जाते हो मुझमें जैसे एक नदी सागर में विलीन होती है। मुझे ममता की मूरत कहा जाता है लेकिन मुझसे ज़्यादा तो ममत्व तुम्हारे अंदर है बस तुम्हें अनुमति नहीं दी गयी कि तुम इसे प्रदर्शित करो। लेकिन मैं स्त्री हूँ न .. मैं समझती हूँ तुम्हारा दर्द , तुम्हारा अवसाद ....। तुमने हमें और महान बताने के लिए हमारा दिवस भी बना दिया...लेकिन सच पूछो तो इस दुनिया में तुमसे अधिक महान कोई नहीं है। मेरा कंधा तुम्हारे आसुंओं के लिए हमेशा है मेरी बाहें तुम्हारे दर्द को समेटने के लिए है..मेरे होठ तुम्हारी सफलता को चूमने के लिए हैं मेरा सर तुम्हें सजदा करने के लिए है। हे ईश्वर! मुझे हर जन्म में एक स्त्री ही बनाना ताकि मैं एक पुरुष को अपनी कोख से पैदा कर सकूँ।

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