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चौबे जी छब्बे बनने चले थे दुबे बनकर लौटे, जगदीप धनकड़ के लिये इससे अच्छा मुहावरा कोई नहीं हो सकता था। कांग्रेस से शुरुआत की थी और उसी के चक़्कर मे आखिर नेपथ्य मे भी गए।
कांग्रेस का ये बयान की वाजपेयी जी अच्छे व्यक्ति थे यह सिद्ध करता है कि वाजपेयी सरकार की तर्ज पर मोदी सरकार गिराने का भी पूरा प्रबंध था लेकिन ये 1999 वाली बीजेपी नहीं है।
26 साल पहले 13 महीने मे वाजपेयी जी की सरकार गिरी थी, इन 13 महीनों मे मोदीजी की सरकार भी गिरानी थी लेकिन समय पर घर का भेदी पता कर लिया गया।
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#ब्राम्हण_को_समाप्त_कर_दो!
फिर गीता रामायण भागवत वेद पुराण हिन्दू संस्कार संस्कृति, सबका विनाश हो जाएगा और फिर हिन्दू अपने डर के कारण पादरी और इमाम के पास भागेगा!
इससे भारत को ईसाई या मुस्लिम राष्ट्र जल्दी बनाया जा सकेगा!
यही है दोगलो का चेहरा!
ऐसे बदली उत्तराखंड की डेमोग्राफी: 11 साल में 12.5% बढ़ी मुस्लिम आबादी, हिन्दू देवी-देवताओं के नाम से कर रहे कारोबार
जब देवभूमि उत्तराखंड का निर्माण किया गया जब 1 से 1.5% मुस्लिम आबादी थी जो आज बढ़कर 14% से 18% हो चुकी है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने हाल ही में एक कार्यक्रम में राज्य में छिपे रोहिंग्या और बांग्लादेशियों के भी सत्यापन का ऐलान किया था। उन्होंने देवभूमि की डेमोग्राफी में हो रहे बदलाव पर चिंता जताते हुए हजारों संदिग्धों के चिन्हित किए जाने का दावा किया था। इसी मुद्दे पर ऑपइंडिया से बात करते हुए उत्तराखंड के हिन्दू एक्टिविस्ट और संत स्वामी दर्शन भारती ने हालात की गंभीरता से अवगत कराया।
बिल्कुल सत्य कहा है इसमें अनिरुद्ध आचार्य जी ने कुछ भी गलत नही कहा क्या यह सत्य नही है सत्य बुरा कियूँ लग रहा है , जब यही करना है तो विवाह कियूँ करना कियूँ किसी का घर परिवार बर्बाद करना क्या आप लोग इस बयान से सहमत है कमेंट मे अपनी राय जरूर दे
मै अनिरुद्ध महाराज का फूल सपोर्ट …..
यह महिला अनु टण्डन मुकेश अंबानी के हर पारिवारिक समारोह में दिखती है।इनकी कहानी भी बड़ी रहस्यमई है..
इनकी कहानी पढ़कर आप सिर पीट लेंगे।
मित्रों एक सच्चाई है कि भारत ही नहीं दुनिया के किसी भी देश में यदि किसी के पास 5000 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है तो वह बिना सत्ता की मदद के संभव नहीं है। 2008 में जब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे तब एक ED के अधिकारी थे जिनका नाम था संदीप टंडन जो आईआरएस यानी इंडियन रिवेन्यू सर्विस के अधिकारी थे..
उनके नेतृत्व में रिलायंस हाउस तथा HSBC बैंक पर छापा मारा गया था और वहां से क्या बरामद हुआ क्या दस्तावेज मिले इसे मीडिया में नहीं आने दिया गया।
अरे मान्यवर थोड़ी भी लज्जा नहीं आ रही हैं मौलाना को जेल भेजवाओ कौन रोक रहा हैं , शर्म आनी चाहिए दिहाड़ी मजदूरी करते करते ये भूल चुके हो बंधु लिखना क्या हैं बोलना क्या हैं ?
खैर उम्मीद क्या ही की जा सकती हैं जिन्होंने एक दलित मुख्यमंत्री की आबरू में हाथ डाल दिया था उनके लिए तो सामान्य हैं ये सब , लेकिन तब भी हम निर्लज्जों से लड़े थे अब भी लड़ेंगे चाहे वो मायावती जी की बात हो या डिम्पल यादव जी की ..
भगवान तुमको सतबुद्धि दें ।
अरे मान्यवर थोड़ी भी लज्जा नहीं आ रही हैं मौलाना को जेल भेजवाओ कौन रोक रहा हैं , शर्म आनी चाहिए दिहाड़ी मजदूरी करते करते ये भूल चुके हो बंधु लिखना क्या हैं बोलना क्या हैं ?
खैर उम्मीद क्या ही की जा सकती हैं जिन्होंने एक दलित मुख्यमंत्री की आबरू में हाथ डाल दिया था उनके लिए तो सामान्य हैं ये सब , लेकिन तब भी हम निर्लज्जों से लड़े थे अब भी लड़ेंगे चाहे वो मायावती जी की बात हो या डिम्पल यादव जी की ..
भगवान तुमको सतबुद्धि दें ।
अरे मान्यवर थोड़ी भी लज्जा नहीं आ रही हैं मौलाना को जेल भेजवाओ कौन रोक रहा हैं , शर्म आनी चाहिए दिहाड़ी मजदूरी करते करते ये भूल चुके हो बंधु लिखना क्या हैं बोलना क्या हैं ?
खैर उम्मीद क्या ही की जा सकती हैं जिन्होंने एक दलित मुख्यमंत्री की आबरू में हाथ डाल दिया था उनके लिए तो सामान्य हैं ये सब , लेकिन तब भी हम निर्लज्जों से लड़े थे अब भी लड़ेंगे चाहे वो मायावती जी की बात हो या डिम्पल यादव जी की ..
भगवान तुमको सतबुद्धि दें ।
