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उत्तराखंड के जंगलों में आग को कम करने के लिए इन बहनों ने 20 हजार किलोग्राम चीड़ की सुइयों से हस्तशिल्प का सामान बनाया है, अपने देखा होगा उत्तराखंड में गर्मियों में चीड़ के जंगलों में आग लग जाती हैं और इन्हीं चीड़ की पतियों की वजह से तेजी से फैलती हैं जिससे आग पर काबू पाना मुश्किल हो जाता हैं। लेकिन अब उत्तराखंड की इन महिलाओं ने जंगलों को बचाने के लिए नई शुरुवात करी है और इससे लोगों को स्वरोजगार भी मिल रहा है।
बता दें 2021 में नुपुर और शरवरी पोहारकर ने उत्तराखंड में पाई जाने वाली चीड़ की सुइयों से उपयोगी घरेलू कलाकृतियाँ बनाने के लिए 'पिरूल हस्तशिल्प' की शुरुआत की। उन्होंने खेतीखान, त्यारसुन, पाटन और अन्य आस-पास के गाँवों की कम से कम 100 ग्रामीण महिलाओं को रोज़गार दिया है। 28 वर्षीय इस युवा ने बताया, "इस काम के तहत, मुझसे गांव में समस्या की पहचान करने और उसे हल करने के तरीके सुझाने की उम्मीद की गई थी। मैंने देखा कि कैसे पुरुष बेहतर नौकरियों के लिए शहरों की ओर पलायन करते हैं, जबकि महिलाओं को अपने पशुओं और खेती की देखभाल करने की ज़िम्मेदारी उठानी पड़ती है।

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उत्तराखंड की सुप्रसिद्ध युवा गायिका ममता आर्या आज एक मशहूर पहाड़ी गायिका हैं। उन्होंने कई फिल्मों और एल्बमों के लिए गाने गाए हैं। वह यूट्यूब पर अपने म्यूजिक वीडियो अपलोड करती रहती हैं। लोगों को उनके गाने काफी पसंद आते हैं। वह सोशल मीडिया पर काफी मशहूर हैं और आए दिन अपने म्यूजिक और अपनी निजी जिंदगी से जुड़ी तस्वीरें और वीडियो लोगों के साथ शेयर करती रहती हैं और उनसे जुड़ी रहती हैं।
उनके द्वारा गाए गए कुछ प्रसिद्ध गाने हैं काफल पका, रोतो को पकालो, मेरी नानू की ईजा, लहंगा 4, घुमेदे मुनस्यार, मसान, हिमुली, हल्दवानी बाजार, छोटा परिवार, लौंडा रे शोबना, सिलगाड़ी का पाला चला, रमुवा - बिजुमा, जजमानी, समधानी, तू लागी रे छे स्वाणा, झगड़ा ना कर, ओ बाना पहाड़ो की बाना, रुकमा, देवभूमि उत्तराखंड, मेरी कमर पीड़ा, छम दतुली, मेरी साईं गोविंदी, बागेश्वर की रुनिया हेमा, बाखुड़ी भेसी, पार्टिमा, मालू वे, हाए मोनी, टेहरी की नथुली, नैनीताल ठंडो पानी, बिमला भौजी, मैं चू पहाड़ो की नोनी, कमर झुकिगे, घागरी, घस्यारी धुरे की, जोड़ीदार, लुकी लुकी छिपी छिपी, धन हुकुम बुडा ले धन लस्पाल बुडा ले और भी बहुत कुछ 💐💐

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उत्तराखंड की सुप्रसिद्ध युवा गायिका ममता आर्या आज एक मशहूर पहाड़ी गायिका हैं। उन्होंने कई फिल्मों और एल्बमों के लिए गाने गाए हैं। वह यूट्यूब पर अपने म्यूजिक वीडियो अपलोड करती रहती हैं। लोगों को उनके गाने काफी पसंद आते हैं। वह सोशल मीडिया पर काफी मशहूर हैं और आए दिन अपने म्यूजिक और अपनी निजी जिंदगी से जुड़ी तस्वीरें और वीडियो लोगों के साथ शेयर करती रहती हैं और उनसे जुड़ी रहती हैं।
उनके द्वारा गाए गए कुछ प्रसिद्ध गाने हैं काफल पका, रोतो को पकालो, मेरी नानू की ईजा, लहंगा 4, घुमेदे मुनस्यार, मसान, हिमुली, हल्दवानी बाजार, छोटा परिवार, लौंडा रे शोबना, सिलगाड़ी का पाला चला, रमुवा - बिजुमा, जजमानी, समधानी, तू लागी रे छे स्वाणा, झगड़ा ना कर, ओ बाना पहाड़ो की बाना, रुकमा, देवभूमि उत्तराखंड, मेरी कमर पीड़ा, छम दतुली, मेरी साईं गोविंदी, बागेश्वर की रुनिया हेमा, बाखुड़ी भेसी, पार्टिमा, मालू वे, हाए मोनी, टेहरी की नथुली, नैनीताल ठंडो पानी, बिमला भौजी, मैं चू पहाड़ो की नोनी, कमर झुकिगे, घागरी, घस्यारी धुरे की, जोड़ीदार, लुकी लुकी छिपी छिपी, धन हुकुम बुडा ले धन लस्पाल बुडा ले और भी बहुत कुछ 💐💐

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उत्तराखंड की सुप्रसिद्ध युवा गायिका ममता आर्या आज एक मशहूर पहाड़ी गायिका हैं। उन्होंने कई फिल्मों और एल्बमों के लिए गाने गाए हैं। वह यूट्यूब पर अपने म्यूजिक वीडियो अपलोड करती रहती हैं। लोगों को उनके गाने काफी पसंद आते हैं। वह सोशल मीडिया पर काफी मशहूर हैं और आए दिन अपने म्यूजिक और अपनी निजी जिंदगी से जुड़ी तस्वीरें और वीडियो लोगों के साथ शेयर करती रहती हैं और उनसे जुड़ी रहती हैं।
उनके द्वारा गाए गए कुछ प्रसिद्ध गाने हैं काफल पका, रोतो को पकालो, मेरी नानू की ईजा, लहंगा 4, घुमेदे मुनस्यार, मसान, हिमुली, हल्दवानी बाजार, छोटा परिवार, लौंडा रे शोबना, सिलगाड़ी का पाला चला, रमुवा - बिजुमा, जजमानी, समधानी, तू लागी रे छे स्वाणा, झगड़ा ना कर, ओ बाना पहाड़ो की बाना, रुकमा, देवभूमि उत्तराखंड, मेरी कमर पीड़ा, छम दतुली, मेरी साईं गोविंदी, बागेश्वर की रुनिया हेमा, बाखुड़ी भेसी, पार्टिमा, मालू वे, हाए मोनी, टेहरी की नथुली, नैनीताल ठंडो पानी, बिमला भौजी, मैं चू पहाड़ो की नोनी, कमर झुकिगे, घागरी, घस्यारी धुरे की, जोड़ीदार, लुकी लुकी छिपी छिपी, धन हुकुम बुडा ले धन लस्पाल बुडा ले और भी बहुत कुछ 💐💐

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