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लखीमपुर खीरी ज़िले के पलिया कलाँ नगर पालिका उप चुनाव प्रवास में स्थानीय MLC सुधीर गुप्ता जी, वरुण गुप्ता जी एवं निघासन, पलिया, गोला के स्थानीय प्रतिनिधियों के साथ रात्रि भोज हुआ। पलिया उपचुनाव में श्रीमती लक्ष्मी गुप्ता जी के पक्ष में अगले कुछ दिन भाजपा के प्रत्याशी के पक्ष में ज़िला लखीमपुर में प्रवास रहेगा।
बेटा चौथी कक्षा में पढ़ रहा था, तभी शिक्षक ने पिता को बताया कि आपका बेटा बहुत बढ़िया शतरंज खेलता है। यदि इसे खेलने दिया जाय तो बहुत आगे जाएगा...
पिता बड़े डॉक्टर थे, माता भी डॉक्टर। हमारे समाज में ऐसे दम्पत्ति बच्चे के जन्म के पहले की तय कर देते हैं कि बच्चा डॉक्टर बनेगा। पर उस पिता ने रिस्क लिया, और आज के हिसाब से बहुत बड़ा रिस्क लिया। बच्चे को शतरंज खेलने में ही आनन्द आता था तो उसके जिम्मे केवल शतरंज खेलने का ही काम रहने दिया। मतलब समझ रहे हैं? बच्चे ने चौथी कक्षा के आगे पढ़ाई ही नहीं की है।
आप अपने आसपास दृष्टि दौड़ा कर देखिये, क्या ऐसा कोई पढा लिखा पिता दिखता है जो खेलने के लिए बेटे की पढ़ाई छुड़वा दे? नहीं मिलेगा। क्यों? क्योंकि हमारा लक्ष्य ही है कि बच्चा किसी तरह पढ़ लिख कर कहीं नौकर लग जाय। हम इससे उपर सोच ही नहीं पाते...
हाँ तो पिता ने बच्चे की पढ़ाई छुड़वा दी। बच्चा अच्छा खेल रहा था तो स्कूल के बाहर भी खेलने जाने लगा। अब छोटे बच्चे को अकेले तो कहीं भेज नहीं सकते, सो माता ने भी अपनी नौकरी लगभग छोड़ ही दी। उसके पीछे साये की तरह लगी रहती, उसके भोजन और सुविधा का ध्यान रखती, पसन्द-नापसंद का ध्यान रखती...
2017 में केवल ग्यारह वर्ष के उस बच्चे से किसी पत्रकार ने पूछा- आप आगे क्या करना चाहते हैं? लड़के ने बिना किसी झिझक के कहा था- मुझे सबसे कम आयु का ग्रैंडमास्टर बनना है। मुझे सबसे कम आयु का विश्व चैंपियन बनना है।
कल वह बच्चा सचमुच सबसे कम आयु का विश्वविजेता बन गया है। इस उपलब्धि में उसकी प्रतिभा, उसका समर्पण, उसे मिली सुविधाओं की भूमिका तो है ही, बस सबसे बड़ी भूमिका उसके पिता डॉ रजनीकांत के उस रिस्क की है जो उन्होंने उसकी चौथी कक्षा में पढ़ाई छुड़वा कर उठाई थी।
पुराने बूढ़े कहते थे- "लीक छोड़ कर तीन चले, शायर सिंह सपूत..." लीक पर चलने वाले अब भी दाल रोटी की व्यवस्था में लगे रह जाते हैं। राजा वही बनता है, जो रिस्क लेता है...
गुकेश दूबे को बहुत बहुत बधाई...
★ फ़त्हपुर, उत्तर प्रदेश में 180 साल पुरानी मस्जिद के तथाकथित ग़ैर-क़ानूनी हिस्से पर बुलडोज़र चला दिया गया है..
◆◆ मुझे बांग्लादेश से बताया गया है कि यह ख़बर बांग्लादेश में ज़बरदस्त तौर पर वायरल हो चुकी है..मस्जिद तोड़ने के VDO वायरल हो चुके हैं..
◆◆ मुझे लगता है कि बांग्लादेश में इस ख़बर का असर दिखाई देगा..दंगों के लिए भारत से 'उम्दा ख़ुराक भेजी गई है..
● भारत जैसे मुल्क में ज़्यादातर प्राइवेट प्रॉपर्टी, सरकारी प्रॉपर्टी, धार्मिक प्रॉपर्टी में ग़ैर-क़ानूनी हिस्से बने हुए हैं..यह एक सच्चाई है और हम सब वाक़िफ़ हैं..
👉 अलग अलग राज्यों में केंद्र सरकार/राज्य सरकारों की ऐसी ऐसी प्रॉपर्टी है जिन पर अरबों ₹ का टैक्स बकाया है..टैक्स फेल प्रॉपर्टी की कुर्की का क़ानून है..
● भारत में किसी भी धार्मिक 'इमारत को तोड़ा जाना दंगों को न्योता देना जैसा है..अगर भारत में मस्जिद तोड़ी जाती है तो असर भारत के बाहर भी होता है..
✋ ख़ैर हम दंगों के दलदल में फंस चुके हैं..मस्जिद तोड़ने की ख़ुशी बरबादी के ग़म से ज़्यादा है..तकलीफ़ यह है कि हम इस दौर के गवाह हैं..
फिर कहेंगे बांग्लादेश में लोग सुरक्षित नहीं हैं, जब खुराक यहीं से दी जा रही है तो भुगतना तो पड़ेगा 😊