वैसे देश में #बनिए पैसे बाले बताए जाते हैं लेकिन #ब्राह्मण और #बनियों की हालत एक जैसी है।
जनपद लखीमपुर खीरी में विपिन गुप्ता की पत्नी गर्भवती थी, हालात बिगड़ने पर उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
निजी अस्पताल में इलाज के लिए मोटी रकम मांगी गई, विपिन गुप्ता गरीबी के शिकार होने के कारण पैसे नहीं दे पाए।
इधर इलाज में देरी और अस्पताल की वसूली के कारण तब तक पत्नी के पेट में ही नवजात शिशु की मौत हो गई।
विपिन गुप्ता अपने नवजात बच्चे का शव झोले में लेकर जिलाधिकारी के यहां उपस्थित हुए, रोते रोते कहने लगे साहब मेरे बच्चे को जिंदा कर दो, मेरी पत्नी अपने बच्चे को मांग रही है मैंने उससे झूठ कहा कि बच्चा कांच में रखा है।
आप समझिए भाव को, पीड़ा को कितनी व्यथित है।
जो लोगो ब्राह्मण बनियों को पैदाइशी अमीर समझते हैं उनको समझना होगा गरीब केवल एक ही जाति में पैदा होने से नही होती, न ग़रीबी जाति देखकर आती है।
#ब्राह्मण
#बनिया