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बहुत बढ़िया 🌺💯❤️
कुछ चीजों को लेकर कल मन व्यथित था ... लखनऊ में हुनर हाट नमक मेला चल रहा है .. इसमें भारत के दूर - गाँव देहात से लेकर शहरों तक के लोगों के बनाए सामान बिक रहे हैं .. कल हम भी वहां घूमने गए थे ... हर स्टाल देखा और स्टाल वाले का नाम नोट किया .. कपड़ा, जूता, पर्स, कालीन, दरी चादर, तौलिया, लकड़ी का फर्नीचर, बांस - बेंत के सामान, देवी देवताओं की चित्रकारी, मूर्तियां, पीतल के सामान, संगमरमर की मूर्तियाँ और सजावट के सामान ...
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मैंने कुछ जगह पुछा तो पता चला कि प्रत्येक स्टाल वाला प्रति दिन लाखों का सामान बेंच रहा है। .. बेंत - बांस और लकड़ी के फर्नीचर वाला पचास लाख से ऊपर का सामान बेंच चूका है .. संगमरमर वाले का हिसाब इससे दुगुना है ... चमड़े के बने जूते, पर्स, बेल्ट, बैग वाले प्रत्येक स्टाल वाले परसों जब मेला समाप्त होगा करोड़ से ऊपर का व्यवसाय कर लेंगे ...
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यहाँ भारत के हर राज्य से व्यापारी आये हैं ... कोई राकज छूटा नहीं है ... पूर्वोत्तर के नागालैंड - मेघालय - मिजोरम अरुणाचल से भी आए हैं ...
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इस पूरे में Hindu व्यापारी 8% से कम हैं ... सब धर्म विशेष के लोगो के स्टाल है ...
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खरीददार 98% हिन्दू ही हैं ... हुनर से गायब हिन्दू .. क्लर्क, बाबू, चपरासी, ठेकेदार बना कुछ हज़ार के salary के दम पर दूसरो को लखपती बना के शान बघार रहा है ..
सब गल्त education system की देन है, अपने बच्चो को डिग्री दिलाने पर जोर देने की बजाय , उनके अन्दर छिपे हुनर पर ध्यान दें और Skill Development पर जोर दें, एक बार डिग्री वाला भी भुखा मर सकता है, किन्तु जिसके पास विशेष हुनर है वह कहीं मात नही खाता, वह कभी बेरोजगार नही होता , यदि एक बजार मे उसके प्रोडक्ट की डिमांड नही तो आज इंटरनेट के युग मे घर बैठे कहीं भी सामान बेचा जा सकता , किन्तु हुनर हो तो...
हिन्दु माता पिता डिंगे हांकना बन्द करें कोई काम छोटा नही होता, अन्त मे कमाना तो अर्थ है न, बाकी मर्जी है आपकी
जय सत्य सनातन धर्म
जय हिंद जय भारत