image

image

image

image
44 w - Translate - Youtube

This video presents pewag’s portfolio of screwable and weldable lifting points. We continuously set new standards in the development of new products in the field of lifting and moving loads. The pewag winner profilift lifting points convince through quality, optimal combinability, user-friendliness and safety. Visit us :
https://www.activelifting.com.au/

सराहनीय ❤️
खाकी का एक ये भी रूप......
दुर्गा अष्टमी व रामनवमी पर कन्या पूजन के लिए कन्या सभी को चाहिए... लेकिन घर में कन्या किसी को नहीं... दुर्गा अष्टमी पर ऐसा ही एक मामला गाजियाबाद के डासना में देखने को मिला है। जहां एक नन्ही सी जान को कोई झाड़ियों के बीच छोड़ कर चला गया। लेकिन भगवान के रूप में पहुंची खाकी बच्ची के लिए जीवनदान बनी। थाना वेब सिटी की चौकी दूधिया पीपल के प्रभारी पुष्पेंद्र चौधरी ने बच्ची को गोद लिया। बच्ची को अपने परिवार का हिस्सा बनाया।

image

#boycott #trendingpost #godimedia
आप देखिए हरियाणे के वोट काउंटिंग के दिन सुबह सुबह क्या रायता फैलाया था इन गोदी चैनलों ने मतलब काउंटिंग शुरू भी नहीं हुई थी उसके पहले ही कांग्रेस को बहुमत से ज्यादा के आंकड़े दिखाने में जुट गए थे ये जताने के लिए कि देखिए शुरू में तो कांग्रेस बहुमत पर थी फिर एकदम से कैसे कम हो गई और फिर लगे EVM पर बम फोड़ने

चुनाव आयोग ने पूछा कि जब काउंटिंग की प्रक्रिया 8:30 से शुरू होती है, जिसको वेबसाइट पर 9:30 में दिखाया जाता है तो फिर 85 पर न्यूज़ चैनलों ने काउंटिंग कैसे दिखाना चालू कर दिया.??
क्या वे अपने अपने एग्जिट पोल को सही साबित करने के लिए शुरूआती रुझान वैसा दिखा रहे थे.??

इस चैनल के समय को देखो और ये अकेला चैनल नही है।

image

वरिष्ठ पत्रकार अमिताभ अग्निहोत्री जी लिखते हैं कि #बहराइच में हलाल किये गए गोपाल मिश्रा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट पैशाचिकता का दस्तावेज है, उसकी देह में 35 छर्रे पाए गए ,गोली मारने से पहले उसके नाखून उखाड़े गये,करंट लगाया गया,आंखों और गले पर नुकीली चीज से हमला किया गया, उसके सर और माथे पर घायल किया गया।

जो हमारे लिए पैशाचिकता है वही उनके लिए सबाब का काम है जो उन्हे जन्नत तक ले जाएगा। हलाल उनके यहां पुण्य माना गया है। सीरिया, तालिबान, बोकोहराम हर जगह एक ही पैटर्न है, गला रेत कर के, तड़पा के मारो।

कमलेश तिवारी, कन्हैयालाल, अंकित शर्मा, चंदन का पैटर्न देख लीजिए, वही पैटर्न राम गोपाल मिश्रा में आपको दिखेगा।

क्या उस संस्था, संदर्भित लिटरेचर को सरकार बैन करेगी या इन्हे कत्ल करने की खुली छूट मिलती रहेगी।

image
44 w - Translate

काहे का टाइगर😅😅

image