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55 साल के हुए पांच बार के विश्व चैम्पियन विश्वनाथन आनंद
शतरंज में दुनिया के सबसे लोकप्रिय खिलाड़ी ने तय किए कई पड़ाव
प्रवीण थिप्से
नई दिल्ली। शतरंज में दुनिया के सबसे लोकप्रिय खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद अब 55 साल के हो गए हैं। भारत के इस शातिर ने इस खेल में कई पड़ाव तय किए हैं। हमारी सीरीज 'इस तिथि को जन्में' चैम्पियन के तहत मुझे एक ऐसे खिलाड़ी के बारे में बताने का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है, जिन्हें शतरंज के सबसे लोकप्रिय खिलाड़ी होने का दर्जा प्राप्त है। यह कोई और नहीं पांच बार के विश्व चैम्पियन विश्वनाथन आनंद हैं। आनंद का जन्म 11 दिसम्बर, 1969 को सुशीला विश्वनाथन और कृष्णामूर्ति विश्वनाथन के यहां तमिलनाडु के माइलादुथुराई में हुआ था।

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रोहित-विराट का साल 2024 में औसत रविन्द्र जडेजा से भी खराब
हिटमैन इस साल 14 बार दहाई का आंकड़ा नहीं छू सके
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का तीसरा मुकाबला ब्रिस्बेन के गाबा में 14 दिसंबर से खेला जाएगा। सीरीज फिलहाल 1-1 की बराबरी पर है। हालांकि, तीसरे टेस्ट से पहले टीम इंडिया के लिए रोहित शर्मा और विराट कोहली का फॉर्म चिंता का विषय है। दोनों इस साल पूरी रंगत में नहीं दिखे हैं।

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मोहम्मद सिराज का प्रतिस्पर्धी स्वभाव तो ठीक अति उत्साह गलत
मार्क टेलर बोले- खेल में ऐसे व्यवहार की नहीं जरूरत
खेलपथ संवाद
एडिलेड। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान मार्क टेलर का मानना ​​है कि मोहम्मद सिराज में अम्पायर के फैसले का इंतजार किए बिना समय से पहले विकेट लेने का जश्न मनाने की प्रवृत्ति है और भारतीय टीम में उनके सीनियर साथियों को इस मुद्दे पर इस तेज गेंदबाज से बात करनी चाहिए, क्योंकि ऐसा करना बुरा लगता है।

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राष्ट्रीय निशानेबाजी में रिकॉर्ड शूटर साधेंगे निशाना
राष्ट्रीय प्रतियोगिता में कुल 40 टीमें लेंगी हिस्सा
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली। शॉटगन स्पर्धाओं के साथ बृहस्पतिवार को यहां शुरू हो रही 67वीं राष्ट्रीय निशानेबाजी चैम्पियनशिप प्रतियोगिता (एनएससीसी) में रिकॉर्ड 13,522 निशानेबाज हिस्सा लेंगे। नई दिल्ली और भोपाल में आयोजित राष्ट्रीय निशानेबाजी चैम्पियनशिप में देश के शूटर लक्ष्य पर निशाना साधेंगे।

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श्रीमद्भागवत गीता में सभी वैदिक ग्रंथों का सारः आचार्य करपात्री द्विवेदी
जीएल बजाज में पूजा-अर्चना के बीच श्रद्धाभाव से मनी गीता जयंती
मथुरा। बुधवार को गीता जयंती के पावन अवसर पर जीएल बजाज ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस मथुरा में लीलाधर भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना के बाद आचार्य करपात्री द्विवेदी और आचार्य गौरव दीक्षित ने छात्र-छात्राओं को श्रीमद्भागवत गीता के महात्म्य की विस्तार से जानकारी दी। विद्वतजनों ने कहा कि हिन्दू धर्म को समझने के लिए जीवन में कम से कम एक बार श्रीमद्भागवत गीता अवश्य पढ़नी चाहिए क्योंकि इसमें सभी ग्रंथों का सार है।

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साल की सर्वश्रेष्ठ टेनिस खिलाड़ी बनीं एरिना सबालेंका
बेलारूस की खिलाड़ी ने 2024 में दो ग्रैंड स्लैम खिताब जीते
लगभग एक करोड़ डॉलर की पुरस्कार राशि जीती
खेलपथ संवाद
सेंट पीटर्सबर्ग (अमेरिका)। स्टार टेनिस खिलाड़ी एरिना सबालेंका को पहली बार डब्ल्यूटीए की साल की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार मिला। बेलारूस की 26 वर्षीय सबालेंका ने 2024 में दो ग्रैंड स्लैम खिताब जीते और दुनिया की नम्बर एक महिला टेनिस खिलाड़ी भी बनीं।

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साल की सर्वश्रेष्ठ टेनिस खिलाड़ी बनीं एरिना सबालेंका
बेलारूस की खिलाड़ी ने 2024 में दो ग्रैंड स्लैम खिताब जीते
लगभग एक करोड़ डॉलर की पुरस्कार राशि जीती
खेलपथ संवाद
सेंट पीटर्सबर्ग (अमेरिका)। स्टार टेनिस खिलाड़ी एरिना सबालेंका को पहली बार डब्ल्यूटीए की साल की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार मिला। बेलारूस की 26 वर्षीय सबालेंका ने 2024 में दो ग्रैंड स्लैम खिताब जीते और दुनिया की नम्बर एक महिला टेनिस खिलाड़ी भी बनीं।

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साल की सर्वश्रेष्ठ टेनिस खिलाड़ी बनीं एरिना सबालेंका
बेलारूस की खिलाड़ी ने 2024 में दो ग्रैंड स्लैम खिताब जीते
लगभग एक करोड़ डॉलर की पुरस्कार राशि जीती
खेलपथ संवाद
सेंट पीटर्सबर्ग (अमेरिका)। स्टार टेनिस खिलाड़ी एरिना सबालेंका को पहली बार डब्ल्यूटीए की साल की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार मिला। बेलारूस की 26 वर्षीय सबालेंका ने 2024 में दो ग्रैंड स्लैम खिताब जीते और दुनिया की नम्बर एक महिला टेनिस खिलाड़ी भी बनीं।

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#सरकार से अनुरोध है कृपया संज्ञान लें
बार बार अनुरोध है #दहेज बंद करो कितनी हंसती खेली कूदती #जिंदगियां बर्बाद होगी 🙏😥
उदाहरण 👇

#बंगलोर

जहांँ तक सोशल मीडिया पर पूरी बात का पता चला है उससे लगता है 100% गलती महिला की है बाकी पूरी बात की सत्यता का मुझको नहीं पता ,हो सकता है पुरुष ही गलत हो ,फिर भी कोई अकेले गलत नहीं हो सकता।परंतु जब तलाक लेना था ,तो महिला को आउट ऑफ कोर्ट शांति के साथ सेटलमेंट कर लेना चाहिए था ।

कल पूरे दिन ट्विटर पर अतुल सुभाष का नाम ट्रेंड करता रहा।
बैंगलोर अतुल सुभाष जो महिंद्रा ऑटो में ai इंजीनियर के रूप में काम करते थे ने 24 पन्नों का सुसाइड नोट लिखकर और 90 मिनिट का डिटेल्ड वीडियो बनाकर कई हफ्तों की तैयारी के बाद सुसाइड कमिट कर लिया।
अतुल की शादी जौनपुर निवासी सिंघानिया से हुई थी जो स्वयं एसेंचर में जॉब करती थी।
शादी में अनबन हुई..
पत्नी ने घर छोड़ा..
अतुल पर दहेज का केस ठोक दिया .. उसके परिवार वालों को भी इसमें लपेट लिया..

अतुल रहते थे बंगलौर..
केस चल रहा था जौनपुर..अतुल अपने सुसाइड नोट में लिखते हैं कि
पिछले 24 महीने में उन्हें 120 बार मुकदमे की तारीखों पर उपस्थित होने के लिए जौनपुर जाना पड़ा..
वीडियो कॉन्फ्रेसिंग से पेश होने की अर्जी लगाई गई.. जो पेंडिंग ही रही..
कोर्ट के आदेश से 40 हजार रुपए महीना वे अपनी उस पत्नी को देते थे जो स्वयं एक mnc में जॉब कर रही थी..और ये उस 4 साल के बच्चे की परवरिश के लिए था जिसकी शक्ल पिछले तीन साल से अतुल ने देखी भी नहीं थी..
उनकी पत्नी के इस धनराशि को बढ़ाकर 1 लाख करने की अर्जी कोर्ट में डाली हुई थी ..साथ ही तीन करोड़ रुपए की राशि केस को निबटाने के लिए ऑफिशियल मांगी गई थी।
अतुल कोर्ट की एक बहस का जिक्र करते हुए लिखते हैं कि कोर्ट में उन्होंने जज साहिबा से कहा कि ncrb के डेटा के अनुसार फर्जी दहेज मुकदमों की वजह से हर वर्ष इतना आदमी आत्महत्या कर लेता है तो उनकी पत्नी ने कहा कि " तुम भी क्यों नहीं कर लेते"

इस पर जज साहिबा हंसी और उनकी पत्नी को बाहर जाने को बोल दिया।

अतुल आगे लिखते हैं कि अपने ही शत्रुओं को खुद से हर महीने पैसे देना ये जानते हुए भी कि वह पैसा वो मेरे ही खिलाफ कानूनी लड़ाई को फ्यूल करने में use करेंगे..मुझसे अब और नहीं हो सकता..

और वे तैयारी करते हैं..
मरने की तैयारी..

वे एक प्रॉपर चेक लिस्ट बनाते हैं ..
कौन कौन से डॉक्यूमेंट साइन करने हैं..
101 बार नमः शिवाय का जप करना है..
स्नान करना है..
खिड़कियां खोल देनी हैं..
दरवाजा बंद कर लेना है..
राष्ट्रपति को चिट्ठी भेजने है..
इन इन लोग को मेल करना है..
अलग अलग फोल्डर बनाकर गूगल ड्राइव पर सब कुछ अपलोड करना है..
उसका लिंक शेयर करना है..
वीडियो बनाना है और अपलोड करना है..
एक कविता लिखते हैं..
और फिर चेकलिस्ट का काम पूरा होने लगता है..

फिर सब खत्म..

मुझे नहीं लगता कि इससे ज्यादा प्रिपरेशन के साथ कोई आज तक आत्महत्या किया होगा।

दहेज कानून ने जजों, वकीलों और पुलिस का एक ऐसा भ्रष्ट गठजोड़ तैयार कर दिया है जिसके चंगुल में आते ही पुरुष पूरी तरह टूट जाता है।

अपने ऊपर दायर हुए 9 फर्जी मुकदमों से लड़ते हुए अतुल सुभाष चले गए..
कुछ दिन ज़िक्र होगा..
फिर शांति हो जाएगी..
फिर दहेज कानून से जूझता हुआ कोई पुरुष फंदे पर लटक जाएगा ..
तब शायद कोई जिक्र भी न होगा..

दहेज कानून इतना विसंगतियों से भरा हुआ है कि एक महिला को सिर्फ वकील के पास जाने भर की ही देर है..पुरुष और उसके पूरी परिवार का जीवन बर्बाद होना तय है।

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