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साथियों आज भी मेरे बहोत लाडले, और सबके दुलारे, पौत्र उत्कर्ष पटेल " छोटे भीम " का जन्म दिवस है। आप सभी का आशीर्वाद अपेक्षित है। ईश्वर मेरे बेटे को सदैव उत्तम स्वास्थ्य और दीर्घ आयु प्रदान करे। #happy Birthday # Chhote Bheem # 🎂🍰🍦🍨🧁🍿💐🙏
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भारत में पहली बार 17 वर्षीय आईएससी बोर्ड टॉपर ने पारिवारिक नाम त्यागकर 'मानवता' को अपना धर्म चुना, कोलकाता की श्रीजानी जिन्होंने 400/400 स्कोर किया, ने इस उपलब्धि के बाद अपना उपनाम त्याग दिया।
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ऑपरेशन सिंदूर में कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने दिखाई वीरता — दुश्मनों के होश उड़ाने वाली देश की बेटियाँ
भारत की बेटियाँ अब सिर्फ घरों की चारदीवारी तक सीमित नहीं हैं। वे आज़ादी के 75 वर्षों बाद नए भारत की ताक़त बन चुकी हैं, और इसका ताज़ा उदाहरण है "ऑपरेशन सिंदूर" में कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह की अद्वितीय भूमिका।
रक्षा सूत्रों के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर एक अति संवेदनशील मिशन था, जिसे दुश्मन की गुप्त गतिविधियों को रोकने और रणनीतिक ठिकानों को निष्क्रिय करने के लिए अंजाम दिया गया। इस ऑपरेशन में कर्नल सोफिया कुरैशी, जो भारतीय सेना की पहली महिला अधिकारी रही हैं जिन्हें अंतरराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास की अगुवाई करने का सम्मान मिला था, ने ज़मीन पर कमान संभाली। वहीं विंग कमांडर व्योमिका सिंह, जो भारतीय वायुसेना की चुनिंदा महिला फाइटर पायलट्स में से हैं, ने हवाई कार्रवाई में निर्णायक योगदान दिया।
इन दोनों वीरांगनाओं ने न केवल अपना साहस दिखाया, बल्कि अपने नेतृत्व और रणनीतिक सोच से मिशन को सफल बनाया। इनकी उपस्थिति ने यह संदेश दिया कि आज की भारतीय महिला केवल रक्षा क्षेत्र में मौजूद नहीं है, बल्कि वो अब नेतृत्व भी कर रही है — और वो भी युद्ध जैसे कठिन हालात में।
कर्नल सोफिया और विंग कमांडर व्योमिका जैसी बेटियाँ न केवल प्रेरणा हैं, बल्कि वो एक जीवंत जवाब हैं उन सभी को, जो सोचते हैं कि युद्ध का मैदान सिर्फ पुरुषों के लिए है।