असंख्य लोगों द्वारा झेले गए असहनीय दुख और पीड़ा के स्मरण को समर्पित 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' पर आज कनॉट प्लेस, नई दिल्ली में आयोजित प्रदर्शनी का उद्घाटन कर अवलोकन किया और मौन मार्च कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
14 अगस्त, 1947 को देश का विभाजन भारतीय इतिहास का वो काला अध्याय है, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। नफरत और हिंसा की वजह से हमारे लाखों भाई-बहनों को विस्थापित होना पड़ा और अपनी जान तक गंवानी पड़ी।
हिंसा, उन्माद और नृशंसता की भेंट चढ़ अपने मान-सम्मान और प्राण की आहुति देने वाली पुण्यात्माओं को कोटिश: नमन करता हूँ।

