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राष्ट्रीय जनता दल व् तेजस्वी यादव के द्वारा की गयी " माई बहिन मान योजना " की घोषणा मात्र से नक्कारे विरोधियों की पेट में बल पड़ने लगे .. 24 x 7 सिर्फ गाल बजाने वाले नक्कारों का कहना है कि " कहाँ से देंगे " , गौरतलब है कि ये वही लोग हैं जिन्होंने रोजगार - नौकरी देने की बात पर भी नकारात्मक बातें की थीं , मगर रोजगार - नौकरी - नियुक्ति के फ्रंट पर राष्ट्रीय जनता दल व् तेजस्वी यादव की पहल व् प्रयासों से महज 17 महीनों में जो हुआ वो जगजाहिर है ..
राष्ट्रीय जनता दल महिलाओं के सम्मान - उत्थान व् समृद्धि के लिए प्रतिबद्ध है , अपनी प्रतिबद्धता को दल व् दल के नेतृत्व ने साबित भी किया है ...
बिहार की महिलाओं के प्रति अपनी जिम्मेदारी से मुँह फेरने वाले गाल बजाऊ विरोधी बौखलाहट - बेचैनी में जितना चाहें उतना अनर्गल प्रलाप कर लें , कोई फर्क नहीं पड़ता क्यूँकि बिहार की जनता को इस बात का पूरा यकीन है कि "जो कहा जा रहा वो हो कर रहेगा .. पूर्व में भी जो कहा वो कर दिखाया "
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मणिपुर का जिक्र होते ही मणिपुर में जारी अशांति व् अस्थिरता के जिम्मेदार प्रधानमंत्री , गृह - मंत्री के साथ - साथ भारतीय जनता पार्टी के साथ अनैतिक गठबंधन में शामिल लोगों को सांप सूंघ जाता है, मणिपुर पर मौन साधने वालों में से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी व् बिहार के सत्ताधारी गठबंधन के लोग और दल भी हैं ..
मणिपुर में बिहार के दो युवाओं की हुई हत्या दुःखद व् निंदनीय है , मणिपुर की हिंसा में पहले भी बिहार के कुछ लोगों ने अपनी जान गंवाई है , तब भी बिहार का सत्ताधारी गठबंधन मौन था और कल की घटना पर भी इन लोगों का मौन कायम ही रहेगा .. अफसोसजनक सच तो ये है कि महज प्रोपेगंडा के लिए बिहार व् बिहारियों के लिए अपनी चिंता - प्रतिबद्धता का झूठा ढोल पीटने वालों , ऐन - केन - प्रकारेण सत्ता में बने रहने वालों की नजर में बिहार के लोगों की जिंदगी की कोई अहमियत नहीं है ..