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उत्तराखंड के #पौड़ी जिले के #श्रीनगर गढ़वाल स्थित जयदयाल # संस्कृत विद्यालय के छात्र अभिषेक ममगाई पुत्र अरविंद ममगाई ने उत्तर मध्यमा द्वितीय वर्ष कक्षा 12वीं में 94% अंक प्राप्त कर पूरे प्रदेश में टॉप किया है।दरअसल अभिषेक बताते हैं कि छुट्टियों के दौरान वह 8 घण्टे पढ़ाई किया करते थे जबकि स्कूली दिनों में चार-पांच घंटे तक अध्ययन किया करते थे। अभिषेक की संस्कृत विषय में पहले से रुचि रही है इतना ही नहीं बल्कि अभिषेक के दादा और अभिषेक के परदादा ने संस्कृत से पढ़ाई की थी हालांकि अभिषेक के पिता अरविंद ठेकेदार हैं जो पूजा पाठ का काम भी देखा करते हैं। अभिषेक मूल रूप से टिहरी जिले के कीर्तिनगर ब्लॉक के रहने वाले है जो आगे चलकर शिक्षा के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं। इसके साथ ही विश्व प्रसिद्ध हिंदू कॉलेज वाराणसी #bhu से पढ़ाई करना चाहते है वहीं शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़कर प्रोफेसर बनना चाहते है । अभिषेक की इस विशेष उपलब्धि के बाद से उन्हें लगातार बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है वहीं पूरे विद्यालय परिसर में खुशी का माहौल बरकरार है।
सीएम योगी ने गोरखपुर एम्स में 500 बेड के विश्राम सदन का शिलान्यास किया। मरीजों के तीमारदारों को अब खुले में नहीं सोना पड़ेगा। डॉक्टरों को मरीजों के प्रति संवेदनशील होने की नसीहत भी दी।
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न खेती की पढ़ाई, न कोई अनुभव, फिर भी नागपुर के अक्षय होले और दिव्या लोहकरे बने कामयाब किसान!
दिव्या पेशे से बैंकर हैं और अक्षय कपड़ों का बिज़नेस करते हैं। यूँ तो लाइफ में सब सही चल रहा था। लेकिन तेज़ी से बढ़ती Morden और Indoor Farming तकनीक ने उन्हें खेती से जुड़ने के लिए प्रेरित किया।
लेकिन उगाएं क्या? यह समझ नहीं आ रहा था।
वह कुछ ऐसा उगाना चाहते थे जो Perishable न हो, जिसका बाज़ार में दाम सही मिले और बिना ज्यादा देखभाल के अपने काम के साथ जिसकी खेती हो सके।
तभी उन्हें केसर के Indoor Production का ख्याल आया। 2018 के उस दौर में देश में बहुत कम लोग ही थे जो केसर उगाते थे। ऐसे में दिव्या और अक्षय अपनी रिसर्च के लिए कश्मीर पहुँचे। महीनों कश्मीर के किसानों से मिलने और
ढेर सारी किताबें पढ़ने के बाद आख़िरकार 2020 में उन्होंने 100 Seeds के साथ अपने घर के एक 8x10 ft के कमरे में एक कोशिश करने की ठानी।
लाखों का Investment और कई छोटे-बड़े सफल और असफल प्रयोगों के बाद उन्होंने 100 बीज से 70 से 80 फूलों का Production किया और बन गए सफल किसान!
धीरे-धीरे नागपुर में केसर उगाने वाले इस कपल की चर्चा होने लगी और कई लोग उनके घर में केसर के Indoor खेत देखने और इसकी खेती सिखने आने लगे
इसके बाद उन्होंने Shaya Enterprises नाम से अपनी खुद की कंपनी बनाई, जिसके ज़रिए वे सिर्फ केसर नहीं बेचते हैं, बल्कि दूसरों को भी Saffron Production Setup तैयार करने में मदद भी करते हैं।