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नसीरुद्दीन शाह के दादा अंग्रेजों से आजादी की लड़ाई लड़ते हुए...
बॉलीवुड एक्टर नसीरुद्दीन शाह मूल रूप से अफगानिस्तान के हैं, लेकिन उनके पिता और दादा अंग्रेजी हुकुमत के समय भारत में बतौर सरकारी मुलाजिम काम करते थे।
नसीरुद्दीन शाह के पूर्वज ने जंग-ए-आज़ादी को कुचलने में अंग्रेज़ों का साथ दिया था और बदले में अंग्रेजो ने "खुश" होकर उनके दादा को मेरठ की जागीर सौंप दी थी।
नसीरुद्दीन शाह के पिता मोहम्मद शाह ने नायब तहसीलदार से सरकारी नौकरी की शुरुआत की थी और उनके दादा आग़ा सैय्यद मोहम्मद शाह अफ़ग़ानिस्तान थे और पेशे से फ़ौजी थे।
1857 के स्वतंत्रता संग्राम में अंग्रेज़ों की तरफ़ से उनके दादा लड़े थे और जंग में उनकी क़ाबिलियत से खुश होकर उन्हें मेरठ के करीब एक जागीर दी गई थी। इसे सरधना जागीर कहा जाता था। जागीर के अलावा आग़ा सैय्यद मोहम्मद शाह को ब्रिटिश सरकार की ने ‘नवाब जान फिशानी’ की उपाधि भी दी थी।
पाकिस्तान बनाने के बाद, भारत को इस्लामी राष्ट्र बनाने के लिए नसीरुद्दीन शाह के बाप-दादा ने भारत में रहने का फैसला किया । इसीलिए नसीरुद्दीन शाह एनआरसी का विरोध कर रहे हैं ।