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3 फीट लंबी लड़की ने शारीरिक समस्याओं के बावजूद UGC नेट परीक्षा में 99.31 प्रतिशत अंक प्राप्त किए दुर्भाग्य से अब तक किसी ने बधाई नहीं दी
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Monsoon Cycling in Kerala: A 6-Day Adventure Through God’s Own Country
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There is a separate fanbase of cyclists who love to pedal in the monsoons. I am one of them. Most people avoid it because of safety reasons and also because of the time it takes to clean up everything after a ride. Well, I agree but for me, it outweighs the joy of riding the rains. I am talking only if it is a long ride in the rain. Because it is worth it, isn’t it?
# निशिता राजपूत: बेटियों की शिक्षा की मशाल
गुजरात के वडोदरा की निशिता राजपूत एक ऐसी सामाजिक कार्यकर्ता हैं, जिन्होंने बेटियों की शिक्षा के लिए अपने जीवन को समर्पित कर दिया है। पिछले 12-15 वर्षों में उन्होंने 34,500 से अधिक जरूरतमंद छात्राओं की स्कूल और कॉलेज फीस के लिए लगभग 3 करोड़ 80 लाख रुपये से 5 करोड़ 92 लाख रुपये तक जुटाए और जमा करवाए हैं। यह राशि क्राउडफंडिंग और दानदाताओं के सहयोग से एकत्र की गई, जिसका उपयोग सीधे शैक्षणिक संस्थानों में फीस जमा करने के लिए किया जाता है।
निशिता का मिशन आर्थिक रूप से कमजोर बेटियों को शिक्षा के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाना है। वह अपने पिता गुलाब सिंह राजपूत के साथ मिलकर इस नेक कार्य को अंजाम दे रही हैं। उनकी कार्यप्रणाली में पारदर्शिता बरकरार रखने के लिए दानदाताओं को यह बताया जाता है कि उनके दान का उपयोग किन छात्राओं की फीस के लिए हुआ। उदाहरण के तौर पर, 2021 में अपनी शादी के दौरान निशिता ने गैर-जरूरी खर्चों को कम कर 251 बच्चियों की फीस जमा की और 21 छात्राओं के लिए 5,000 रुपये की फिक्स्ड डिपॉजिट करवाई।
निशिता का यह प्रयास न केवल बेटियों को शिक्षित करने में मदद करता है, बल्कि समाज में एक सकारात्मक बदलाव भी लाता है। उनकी प्रेरणादायक कहानी हमें सिखाती है कि दृढ़ संकल्प और सामाजिक जिम्मेदारी के साथ छोटे-छोटे प्रयास भी बड़े बदलाव ला सकते हैं। निशिता राजपूत का यह अभियान शिक्षा के क्षेत्र में एक मील का पत्थर है, जो लाखों बेटियों के सपनों को उड़ान दे रहा है।