आप सबों को श्रीरामविवाहपञ्चमी की अनन्त मङ्गलकामनाएं ... आज हमारे विवाह को भी एक वर्ष सफलतापूर्वक पूर्ण हुए। अपने विवाह के प्रथम वर्धापन पर हमारे घर में श्रीरामचरितमानस का अखण्डपाठ पांच सुहृत् ब्राह्मणों के द्वारा किया जा रहा है। इस एक वर्ष में हमारे द्वेषियों के द्वारा विविध प्रकार के दुष्प्रचार, धमकी, नकली स्क्रीनशॉट, अपशब्द एवं भ्रामक कथन मेरी माताजी, बहन, पिताजी, मेरी धर्मपत्नी एवं मेरे लिए निर्गत किये गए। मेरे धर्मरक्षक वक्तव्यों से आने वाले संकटों में मेरा परिवार और इस परिवार की अभिनव सदस्या, मेरी धर्मपत्नी बारम्बार विविध प्रताड़नाओं को झेलकर भी मेरे साथ बने रहे, इसके लिए मैं उन सबका आभारी हूँ।
मेरे विवाह की पहली वर्षगांठ के अवसर पर पुरी शंकराचार्य के दुराचारी शिष्यों के द्वारा लखनऊ हाईकोर्ट में चल रहे मुकदमे के अनुसन्धान में व्यस्त होने के कारण मैं अपने अधिवक्ताओं के साथ हूँ, अपने परिवार के साथ सशरीर उपस्थित होकर प्रथम वैवाहिक वर्षगांठ मनाने हेतु उपलब्ध नहीं हूँ, इस हेतु मैं अपने परिवार के प्रति क्षमाप्रार्थी हूँ एवं अपने विरोधियों को धन्यवाद देता हूँ कि उन्होंने मुझे मठों की विकृति एवं न्यायपालिका की अव्यवस्था के विरुद्ध और अधिक दृढ़ एवं सबल किया, इस आश्वासन के साथ ― Never to Forget, Never to Forgive ...