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औरैया: गांव नगरिया राजाराम में एक युवती ने फंदा लगाकर जान दे दी। पिता ने शव देखा तो पैरों तले जमीन निकल गई। घटना की जानकारी पर पहुंची पुलिस को युवती द्वारा लिखा सुसाइड नोट मिला।
इसमें लिखा मिला कि मैं नेहा, 'अपनी जिंदगी से बहुत परेशान हूं। क्योंकि नेपाल की बहू और उनके लड़के मुझे तरह-तरह के ताने देकर जलील करते हैं। उनके तानों को सुनकर मैं बहुत परेशान होती हूं। जिस वजह से मैं अब जीना नहीं चाहती और आत्महत्या कर रही हूं। मेरे घरवालों का इसमें कोई दोष नहीं है। उन्हें परेशान न किया जाए। पापा प्लीज मुझे माफ कर देना।'
ऐरवाकटरा थानाध्यक्ष जीतमल चौधरी ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का है। गांव नगरिया राजाराम निवासी 21 वर्षीय नेहा का शव घर के अंदर कमरे की छत पर लगे लोहे के कुंडे से दुपट्टे के फंदे से लटका हुआ मिला। पिता छोटेलाल सिंह नायक ने पुलिस को बताया कि सोमवार रात बरामदे में वह लेटे थे।
जबकि पत्नी पुष्पा देवी पुत्री नेहा व शद्दो और दो पुत्र जीतू व अनिल के साथ घर की छत पर बने कमरे में सो रही थी। रात करीब दो बजे बाथरूम के लिए गया था तो कमरे की लाइट जल रही थी। अंदर जाकर देखा तो बेटी नेहा का शव फंदे से लटका था। शोर मचाकर पति व बच्चों को बुलाया। इस बीच हल्ला मचने पर पड़ोस से लोग पहुंच गए।
जानकारी होने पर पुलिस पहुंची। छानबीन के बाद शव को फंदे से नीचे उतारा। वहीं, मिले सुसाइड नोट को कब्ज में लिया गया। स्वजन ने बताया कि चार दिसंबर को नेहा की शादी होनी थी। जो किसी कारण से फरवरी तक के लिए टल गई थी।
पीड़ित पिता ने पुलिस को बताया कि उसने 10 जून को शिकायती पत्र देकर मुकदमा दर्ज कराया था। नेहा सुबह करीब चार बजे घर से बिना बताए कहीं चली गई थी। कुछ दिन बाद नेपाल से बरामदगी हुई। उसके बयान हुए।
उसने आकाश व कैलाश नाम के युवकों पर बहाल-फुसलाकर ले जाने का आरोप लगाया था। युवक उसे नेपाल ले गए थे। आकाश को 23 जून व कैलाश को 15 जुलाई को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था। आकाश अक्टूबर व कैलाश नवंबर में जेल से जमानत पर छूटे थे। तब से बाहर हैं।
कमरे से दो सुसाइड नोट मिलने की चर्चा रही। इसमें गांव की ही एक महिला पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया गया है।
पिता ने पुलिस को बताया कि आरोपित जेल से आने के बाद पुत्री को अलग- अलग मोबाइल नंबरों से फोन कर धमकाते थे। पुलिस युवकों का पता लगाने में जुट गई है। दोनों में कोई भी घर पर नहीं मिला। महिला के विषय में भी जानकारी जुटाई जा रही।
पिता छोटेलाल सिंह ने बताया कि आरोपितों के द्वारा परेशान किए जाने के बाद से पुत्री के साथ वह रांची (झारखंड) में रहता था। चार दिसंबर को पुत्री की शादी को लेकर गांव आया था। लड़के पक्ष द्वारा यह कहकर शादी टाल दी गई थी कि उनका एक ट्रक पलट गया है। काफी नुकसान हो गया है। फरवरी 2026 में विवाह करने की बात कही।
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दो दिन में पुतिन ने वही कर दिखाया, जो चार साल से अधूरा था — यूक्रेन संकट के बीच उनका भारत दौरा रूस के लिए एक ऐतिहासिक कूटनीतिक जीत बनकर उभरा। ऐसे समय में जब अमेरिका और यूरोपीय देश मिलकर रूस को वैश्विक मंच से अलग-थलग करने की कोशिश कर रहे थे, पुतिन का भारत आना और यहां मिली उच्च स्तरीय मान्यता ने दुनिया को स्पष्ट संकेत दे दिया कि रूस को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रोटोकॉल तोड़कर एयरपोर्ट पहुंचना, निजी डिनर, और राष्ट्रपति भवन में भव्य स्वागत—इन सभी ने यह दर्शाया कि अंतरराष्ट्रीय राजनीति में रूस की प्रासंगिकता बरकरार है और भारत उसे एक अहम साझेदार के रूप में देखता है। इस यात्रा ने न केवल राजनीतिक संदेश दिया बल्कि आर्थिक मोर्चे पर भी रूस के लिए सुरक्षा कवच तैयार किया। दोनों देशों ने 2030 तक का आर्थिक रोडमैप तय किया, जिसमें ऊर्जा, रक्षा, बैंकिंग, अंतरिक्ष और स्थानीय मुद्रा में व्यापार जैसे क्षेत्रों में बड़े सहयोग की योजना शामिल है—जो पश्चिमी प्रतिबंधों से जूझ रहे रूस के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। पुतिन का राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देना भी शांति और संवाद का प्रतीकात्मक संदेश था, जिसने इस यात्रा को और गहरा अर्थ प्रदान किया। यह दौरा दिखाता है कि वैश्विक शक्ति संतुलन बदल रहा है, और भारत–रूस साझेदारी उसका केंद्र बनती जा रही है।