जरा सोचिए — एक भारतीय महिला पारंपरिक सलवार-कमीज़ पहनकर WWE के रिंग में कदम रखती है, और अपनी ताकत, हिम्मत और आत्मविश्वास से दुनिया का दिल जीत लेती है। 💪🇮🇳
यह असाधारण कहानी है कविता देवी की — हरियाणा के जींद जिले की बेटी, जिसने न सिर्फ रिंग में बल्कि करोड़ों लोगों के दिलों में अपनी पहचान बनाई।
ग्रेट खली की कॉन्टिनेंटल रेसलिंग अकादमी में प्रशिक्षण लेकर कविता ने अपनी प्राकृतिक शक्ति को कड़ी मेहनत और अनुशासन के साथ तराशा। यही जुनून उन्हें दुनिया के सबसे बड़े स्पोर्ट्स-एंटरटेनमेंट मंच — WWE — तक ले गया। 2017 में जब उन्होंने Mae Young Classic Tournament में अपना अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया, तो उन्होंने सिर्फ़ अपनी रेसलिंग कला नहीं दिखाई, बल्कि भारतीय संस्कृति को भी गर्व से दुनिया के सामने रखा। सलवार-कमीज़ पहनकर रिंग में उतरना उनका साहसिक निर्णय था — जिसने दुनिया को दिखा दिया कि परंपरा और महत्वाकांक्षा एक साथ खिल सकती हैं।
कविता देवी की राह में कई मुश्किलें और चुनौतियाँ आईं, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। उनकी यात्रा हर भारतीय महिला के लिए यह संदेश छोड़ती है कि सपनों की मंज़िल पाने के लिए साहस, मेहनत और अटूट विश्वास जरूरी है।
आज कविता देवी सिर्फ़ एक रेसलर नहीं — बल्कि प्रेरणा, भारतीय अस्मिता और अपार संभावनाओं की पहचान हैं। उनकी कहानी यह साबित करती है कि जब जज्बा मजबूत हो, तो दुनिया का सबसे बड़ा मंच भी जीतना नामुमकिन नहीं। 🌟🏆