पांडव काल से इंद्रप्रस्थ नगरी के नाम से सुविख्यात आधुनिक भारत की राजधानी दिल्ली की आध्यात्मिक चेतना में अभिवृद्धि का पावन सुयोग बना जब आध्यात्मिक चेतना के संवाहक, प्रातः स्मरणीय गुरुदेव आनंदपीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर अनंत श्री विभूषित श्री श्री 1008 स्वामी श्री बालकानंद गिरि जी महाराज श्री राजधानी के प्रसिद्ध देवी माँ के धाम झंडे वाला मंदिर में पधारे। जहाँ पर परम वंदनीय शारदापीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य श्री स्वामी राजराजेश्वरानंद जी की अनुकम्पा प्राप्त प्रिय शिष्य का पट्टाअभिषेक समारोह पूज्य महाराज श्री एवं राष्ट्र माता की सेवा में निरंतर संलग्न, विश्व के सबसे बड़े संगठन होने का गौरव प्राप्त "राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ" के सरकार्यवाह भैया जी जोशी के सान्निध्य में संपन्न हुआ।
श्री सदाशिव मंदिर सन्यास मठ ट्रस्ट, के तत्वावधान में आयोजित यह समारोह गुरु कृपा का साक्षात उदाहरण बना जब राष्ट्र की संत विभूतियों व संघ जैसे संगठन के शीर्ष नेतृत्व की उपस्थिति में पूज्यपाद शंकराचार्य जी के कृपा पात्र शिष्य को दिल्ली आश्रम की गद्दी पर आसीन करते हुए पावन पट्टाभिषेक संपन्न हुआ। इस दौरान पूज्य महाराज श्री ने अपने मुखारविंद से संत जीवन की समाज व जन कल्याण में उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए अपने आशीर्वचनों से सभागार को सम्बोधित किया।
सेवक
श्री हरिधाम सनातन सेवा ट्रस्ट
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