लखनऊ में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां लिव-इन रिलेशनशिप में रह रही एक महिला ने अपने पुरुष साथी की हत्या कर दी।
33 वर्षीय सूर्य प्रताप सिंह, जो मूल रूप से देवरिया के बरहज का रहने वाला था, एक निजी कंपनी में इंजीनियर था और एक विधवा महिला की दोनों बेटियों को ट्यूशन पढ़ाता था। उनके बीच उम्र में 15 साल का फासला था, और इसी कारण दोनों के बीच प्रेम संबंध बन गए, जिसके बाद वे लिव-इन रिलेशनशिप में रहने लगे।
हाल ही में, महिला ने सूर्य प्रताप का चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी। घटना के लगभग 6 घंटे तक वह और उसकी दो बेटियां लाश के पास बैठी रहीं, फिर स्वयं पुलिस को सूचना दी।
महिला का कहना है कि सूर्य प्रताप उसकी बड़ी बेटी (19 वर्ष) और छोटी बेटी (14 वर्ष) पर बुरी नजर रखता था। वहीं, युवक के पिता का आरोप है कि महिला उस पर अपने नाम पर दो मंजिला मकान रखने का दबाव बना रही थी, जिसके चलते दोनों में झगड़े हुए।
युवक सूर्य प्रताप ने उनके वित्तीय मामलों का जिम्मा उठाया था और जब उसने उन पर निर्भरता से छुटकारा पाने की कोशिश की, तो उसे मार डाला गया।
इस घटना ने लिव-इन रिलेशनशिप के प्रति गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। समाज में ऐसे रिश्ते नैतिक, सामाजिक और कानूनी दृष्टि से सही नहीं माने जाते हैं, और इसके परिणाम खतरनाक हो सकते हैं। ज़रा सोचिए, जब प्रसिद्ध कथावाचक अनिरूद्धाचार्य जी महाराज ने लिव-इन रिलेशनशिप पर अपनी आवाज उठाई थी, तब कितनी महिलाओं ने इसे लेकर सवाल उठाए थे।
वर्तमान में महिला जेल में है, जबकि उसकी दोनों बेटियां अपने पिता के बिना अकेली रह जाएंगी। यह घटना हमें यह सोने पर मजबूर करती है कि हमें रिश्तों के प्रति कितनी संवेदनशीलता बरतनी चाहिए।